-लोकायुक्त के निर्देशन में कोतवाली में दर्ज हुई थी FIR -थाना प्रभारी अनुराग जामदार ने दर्ज की थी प्राथमिकी
गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 26 अक्टूबर,वार्ड क्रमांक 01 सुबखार व 06 में बनाई गई घटिया सड़क मामले में एड. सम्यक जैन ने मप्र के लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता को सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी दी थी जिस पर संज्ञान लेते हुए लोकायुक्त ने प्रमुख सचिव न नगरीय विकास एवं आवास विभाग को निर्देशित कर तथ्यात्मक प्रतिवेदन लोक आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा था। जिस तारतम्य में संयुक्त संचालक ने जाँच टीम गठित कर जाँच कराई जिसमे पाया की वार्ड न 06 गणेश मंदिर से सुधीर जैन के घर तक सीमेंट सड़क की टॉप लेयर की मोटाई 15 सेमी के स्थान पर 7.0-7.5 सेमी का पाया गया जबकि माप पुस्तिका पर 15 सेमी का माप दर्ज किया गया है। वही वार्ड 01 में जबलपुर मुख्य मार्ग से इमली कुटी तक सीसी रोड निर्माण कार्य का ठेकेदार द्वारा टॉप लेयर निर्धारित मोटाई 15 सेमी के स्थान पर 9 सेमी. न का कार्य किया गया जबकी माप पुस्तिका में 15 सेमी. का माप दर्ज किया गया है। जिस माप पुस्तिका में माप दर्ज कर प्रथम एवं अंतिम देयक राशि रुपये 734499 का तैयार किया जाकर राशि रुपये 575452 का ठेकेदार को भुगतान किया गया। कार्य स्थल पर निर्माण कार्य में उपयोग की गई सामग्री एवं कार्य निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। जाँच प्रतिवेदन में निविदाकार द्वारा निर्धारित मापदंड एवं मानक के अनुरूप कार्य न किए जाने से एवं उपयंत्री द्वारा कार्य के दौरान निरक्षण में लापरवाही बरतने के कारण कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं पाए जाने से तत्कालीन अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही की गई थी
आशुतोष सिंह उपयंत्री एवं तत्कालीन शशांक आर्मो लापरवाही व अनियमितता की गई थी। जांच में दोनों का कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में पाया गया था।
इनका कहना है
इस मामले में दर्ज आरोपित ठेकेदार को गिरफ्तार कर डिंडोरी लाया गया है। अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी ली जा रही है। इसकी जांच एसआई बीएल बरकडे कर रहे - हैं। जो भी आवश्यक कदम होंगे इस मामले में पुलिस द्वारा उठाए जा रहे हैं। ताकि शेष आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सके।
- जीएस उईके, कोतवाली प्रभारी डिंडोरी।
इस मामले में आरोपित ठेकेदार को सतना जिले के नागौद से गिरफ्तार कर डिंडोरी लाया गया है। तत्कालीन सीएमओ और उपयंत्री के विरूद्ध भी मामला दर्ज है। उनकी गिरफ्तारी के लिए जिन जिलों में वे पदस्थ हैं। वहां के प्रशासनिक अधिकारियों को गिरफ्तारी के लिए पत्र भेजा गया है। शीघ्र ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। आरोपितों के विरूद्ध धाराएं भी बढाई गई हैं।
-बीएल बरकडे, जांच अधिकारी