मैं तुम्हारी कोशी' वरिष्ट पत्रकार डिंडौरी के लाल प्रवीण दुबे का पहला उपन्यास।मुंबई के प्रलेख प्रकाशन से छपा नॉवेलअमेजोन पर ऑनलाइन अवेलेबल। 26 फरवरी तक मिल सकेगी हार्ड काॅपी; कीमत ₹250 - i witness news live
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मैं तुम्हारी कोशी' वरिष्ट पत्रकार डिंडौरी के लाल प्रवीण दुबे का पहला उपन्यास।मुंबई के प्रलेख प्रकाशन से छपा नॉवेलअमेजोन पर ऑनलाइन अवेलेबल। 26 फरवरी तक मिल सकेगी हार्ड काॅपी; कीमत ₹250

डिंडौरी-आई विटनेस न्यूज 24,प्रवीण दुबे डिंडौरी में जन्मे और डिंडौरी में  शिक्षा ग्रहण की बचपन से ही शब्दों के जादूगर ओर कलम के खिलाड़ी रहे।प्रवीण ने अपनी कलम की धार डिंडौरी से दिल्ली और फिर भोपाल तक कायम रख पत्रकारिता के क्षेत्र में मिशाल पेश की। वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण दुबे का पहला उपन्यास 'मैं तुम्हारी कोशी पाठकों के लिए अमेजन पर आ चुका है। यह मशहूर मानवशास्त्री व पं. जवाहर लाल नेहरू के दोस्त वैरियर एल्विन और डिंडौरी जिले की 14 वर्षीय आदिवासी लड़की कोशी की जिंदगी पर आधारित है। वैरियर एल्विन को महात्मा गांधी का 'रिगोर्डेड सन' भी कहा जाता था। मुंबई के प्रलेख प्रकाशन ने नॉवेल काे पब्लिश किया है। उपन्यास में प्रवीण ने बताया कि 40 वर्षीय एल्विन ने 14 साल की कोशी से शादी की और 04 चार बाद एकतरफा तलाक दे दिया। कोशी की जिंदगी के दर्दनाक पहलू को प्रवीण ने उपन्यास की शक्ल एक अय्याश अंग्रेज के रैंडम सैंपल के रूप में प्रस्तुत किया है। प्रवीण ने लंबी रिसर्च और अध्ययन के बाद कोशी का दर्द उजागर कर पाने में कामयाब हुए। वह कहते हैं, पत्रकारिता जल्दबाजी में लिखा साहित्य है, लेकिन उपन्यास का लेखन उन्होंने काफी मेहनत और अंग्रेज मानवशास्त्री की परित्यक्ता से सालों-साल संवाद के बाद किया है। एक अधेड़ अंग्रेज की लगभग दैहिक गुलामी जैसे रिश्ते के बाद  संबंधों की टूटन कोशी के देह पर तिल की तरह आजीवन साथ रह गई। उसी पीड़िता की तकलीफ़ों को प्रवीण ने शब्द देने की कोशिश की है। उपन्यास फिलहाल अमेजन पर उपलब्ध है। इसकी हार्ड काॅपी 26 फरवरी तक आ जाएगी।  

Ashish Joshi

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