विभाग से संबंधित समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान
राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 2 मार्च, जिले का एकमात्र श्रम विभाग इन दिनों लंबे अरसे से भगवान भरोसे चल रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप विभाग से संबंधित जन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है, इसी के चलते जिले में निर्माण कार्य करा रहे ,तथाकथित ठेकेदारों के द्वारा पढ़ने वाली नाबालिग लड़कियों से कम दर मजदूरी का कार्य कराया जा रहा है ,इस संबंध में जिला श्रम अधिकारी से संपर्क किया गया तो उनकी कुर्सी खाली मिली,मोबाइल पर संपर्क किया गया, तो उनका कहना था कि मैं तीन ज़िलों के प्रभार में हूं, बालाघाट, मंडला और डिण्डोरी,मैं डिंडोरी हफ्ते में केवल 1 दिन ही दे पाता हूं, डिंडोरी जिले को, जिले में श्रम विभाग से संबंधित अनेकों अनेक समस्याएं पड़ी हुई हैं, जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है, इस संबंध में हमारे संवाददाता ने जिला श्रम निरीक्षक से बात करनी चाही, तो उनका कहना था कि श्रम अधिकारी ही कुछ कर पाएंगे यह मेरे कार्य क्षेत्र से बाहर है, ऐसा कहकर उन्होंने पल्ला झाड़ लिया! गौरतलब है कि जिले में अनेक निर्माण कार्यों में बाल श्रमिकों से कम मजदूरी दर पर मजदूरी का कार्य कराया जा रहा है, सुर्खी से बूडन की ओर जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क रिपेयरिंग कार्य में ठेकेदार सतीश जायसवाल के द्वारा बाल श्रमिकों से कम मजदूरी दर पर कार्य कराया जा रहा है, वही कार्यरत कुछ महिला श्रमिकों के द्वारा बताया गया कि ठेकेदार के द्वारा 150 से ₹160 प्रति दिवस की मजदूरी दी जाती है, जबकि लेखों मैं 190 से ₹200 की मजदूरी दर्ज कराई जाती है, ऐसे ही जिले में श्रम विभाग से संबंधित अनेकों समस्याएं पड़ी हुई है, जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है, सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है!
