गोरे हनुमन्त की रिपोर्ट आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 12 मार्च,डिंडोरी विकासखंड के अंतर्गत मुख्यालय से महज 14 /15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पौड़ी माल गोयरा रैयत के बैगा परिवार जो राष्ट्रीय मानव कहे जाते हैं वर्षों से गन्दा पानी पीने को मजबूर हैं जहां आज तक ना कोई हैंडपंप है ना ही नल जल योजना की व्यवस्था है l एक ही कुएं से पूरे वर्ष पानी मिलता है लेकिन गर्मी के दिनों में वह कुआं भी सूख जाता है। एक ओर जहां शासन प्रशासन द्वारा पानी की समस्या को लेकर तमाम योजनाये चलाई जा रही है,और बड़े बड़े दावे भी किये जा रहे है,मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखती है। गर्म वासियो की अनेक बार शिकायत के बाद भी अधिकारी कर्मचारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगता l
इस ही एक मामला बैगा चक गांव का सामने आया है जिसमें वार्ड पंच खुद मजबूर होकर अपने पैसे से एक झिरिया खोद कर ग्राम के लोगों को पानी देने के लिए मजबूर हो गया l जानकारी मिलने पर हमारे संवाददाता ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तो पता चला कि वाकई में ग्रामीण विगत 3 वर्षों से इसी तरीके से गर्मी के मौसम में अपने हाथ से अपने खर्च पर झिरिया खोदकर पूरा परिवार पानी पीता है और ग्राम के लोगों को पानी मिलता है। हर साल यहां पर गर्मी के दिन में अधिकतर ग्रामीण गन्दा पानी पीने से
बीमार हो जाते हैं।ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शासन प्रशासन को इसकी जानकारी देने के बाद भी आज तक इस गोयरा ग्राम में स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं की गई ग्रामीण जनों ने मीडिया को अवगत कराया कि हम राष्ट्रीय मंत्री से लेकर कलेक्टर महोदय तथा संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को कई बार इसकी जानकारी दे चुके हैं लेकिन हमारी इस विषम समस्या को सुनने वाला कोई नहीं हैl ग्राम गोयरा रैयत के पेसा एक्ट अध्यक्ष महेंद्र परस्ते वार्ड पंच सुनीता नागेश श्यामा बाई बैगा कमली बाई बैगा चमरू सिंह बैगा सांवलिया बाई बैगा अंजनी बाई बैगा सुख मति बैगा प्रताप सिंह बेगा कलिया बैगा सिया बैगा श्याम वती वैगा सुखिया बैगा इतवार या बाई बैगा रतनलाल नागेश समारू सिंह बेरवा एवं समस्त ग्राम गोयरा रियत के ग्रामीण बच्चे औरत बूढ़े जन शामिल है l इन लोगों का कहाना है कि अगर अब हमारी इस समस्या का निदान जल्द ही न किया गया तो हम मजबूरन चक्का जाम या भूख हड़ताल करेंगे।