डिन्डोरी शहर का ऐसा कोई मोहल्ला या गली नहीं है, जहां आवारा कुत्ते न हो। शहर के सड़कों से लेकर छोटे से छोटे गली मोहल्ले में इनका आतंक चल रहा है। जो हर दिन हर मोहल्ले-गली में किसी न किसी को काटते जरुर है। लगातार इनका आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार नगर परिषद् इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है, जिसकी वजह से डाग बाइट के मामले बढ़ने के साथ ही इनकी संख्या में तेज गति से बढ़ते ही जा रही है।
सुबखार इमली कुटी सिविल लाइन बस स्टैंड गाँधी चौक नर्मंदा गंज में आवारा कुत्तों का झुण्ड अकसर देखने को मिलता है , जो आने जाने वाले लोगों को काट रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार गाँधी चौक में 2-3 दिन में 10 से 15 लोगों को काट चुके हैं कई बार अचानक दो पहिया वाहनों के पीछे तेजी से दौड़ लगाते हैं जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है इनकी संख्या से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि इन्हें पकड़ा नहीं गया और संख्या नियंत्रण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो यह शहरवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बनकर सामने आएगा, वैसे अभी भी यह डागबाइट करते हुए लोगों को परेशान ही करने का काम कर रहे है। शहर की गली मोहल्लों में आवारा कुत्तों का झुंड देखा जा सकता है। कई चौक-चौराहें में कुत्तों का झुंड आक्रमक होता है जो बाइक सवार, पैदल राहगीर या चारपहिया वाहनों के पीछे दौड़ते हैं, इसकी वजह से कई बार दुर्घटना का शिकार भी होते हैं। यह हाल शहर व ग्रामीण अंचल दोनों जगहों में है। लगातार बढ़ रहे कुत्तों के हमले को लेकर लोगों का यह कहना है कि मांस मटन की दुकानें इसका बड़ा कारण है। इन दुकानों के संचालकों द्वारा दुकान से निकले अपशिष्ट को जहां तहां फेंक दिया जाता है। अपशिष्ट को लेकर कुत्तों में लड़ाईया होती रहती है और यह आक्रमक रवैया अपनाने लगते है और धीरे-धीरे इनका आक्रमक रवैया लोगों के खिलाफ में भी देखने को मिलता है और परिणाम स्वरूप डाग बाइट के मामले बढ़ते ही जा रहे है। यदि जल्द ही इनके नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाया गया तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है और इनका आवारा आतंक और भी बढ़ सकता है।