आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 18 जुलाई,आदिवासी बाहुल्य जिले में ग्राम विकास के लिए आने वाली शासकीय धनराशि का पंचायत के प्रधान सचिव सहित जनपद पंचायत के जिम्मेदार कारिंदे भ्रष्टाचार की वेदी में आहूत कर रहे हैं ऐसा ही मामला है जनपद पंचायत डिंडोरी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सिलहरी का जहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना से चंद महीने पहले बनाई गई पुलिया की पोल बारिश ने खोलकर रख दी है।जनपद सदस्य सहित ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया की ग्राम पंचायत सिलहरी सरपंच अमर सिंह उद्दे प्रभारी सचिव उमाकांत धूमकेतीऔर उपयंत्री धूमकेती की तिकड़ी ने ग्राम विकास की शासकीय राशि में जमकर भ्रष्टाचार किया है।जिसका जीता जागता उदाहरण उक्त पुलिया निर्माण कार्य है जो बारिश में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।जनपद सदस्य ने आरोप लगाया है कि पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत करने का बाद भी जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कोई जांच नहीं की जा रही है गौरतलब हो कि ग्राम पंचायत सिलहरी में चंद महीनों पहले मनरेगा योजना से लगभग 15 लाख रुपये की लागत से निम्हा नाले में पुलिया का निर्माण कार्य सरपंच सचिव के द्वारा किया गया था निर्माण कार्य के दौरान जिमेदारों के द्वारा शासन द्वारा तय मापदंडों को दरकिनार करते हुए गुडवत्ताहीन निर्माण किया जहां 40 एम एम की गिट्टी का उपयोग किया जाना था वहां पर पत्थर बोल्डर का उपयोग कर दोयम दर्जे का पुलिया निर्माण किया गया है निर्माण स्थल पर निजि भूमि होने के कारण भूमि स्वामी ने पुलिया निर्माण के लिए जगह देने से मना करने पर ड्राईंग के अनुरूप पुलिया का निर्माण नहीं किया गया जिसकी बानगी यह हुई कि बारिश में भ्रष्टाचार की पुलिया दोनों ओर से पानी के बहाव में बह गई जिससे अब आम राहगीरों सहित पालतू पशुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।अब यहां देखना यह होगा की जनपद पंचायत के जिम्मेदार नुमाइंदे भ्रष्टाचार की पुलिया पर संज्ञान लेते हैं या हाल वही ढाक के तीन पात की तरह बने रहेंगें।