राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
डिण्डौरी : आईविटनेस न्यूज़ 24, आदिवासी बाहुल्य जिले में लगातार ग्राम पंचायतों के बढ़ाये जा रहे कार्यकाल सरपंच सचिव उपयंत्री एवं जनपद पंचायत के जिम्मेदार नुमाईंदों के लिये वरदान साबित हो रहा हैै पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार और जनाक्रोश की खबरें आएदिन अखबारों की सुर्खियां रहती है लेकिन बावजूद इसके भ्रष्ट लोगों पर कार्यवाही नहीं की जाती ऐसा ही मामला है जनपद पंचायत डिंडौरी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सारंगपुर जहां पोषक ग्राम पड़रिया में दिसंबर 2017 में राजाराम के घर से भगत के घर तक पंचपरमेश्वर योजना की राशि से कांक्रीट सड़क स्वीकृत हुई थी लेकिन आज दिनांक तक वहाँ सड़क निर्माण कार्य के नाम पर एक ट्राली गिटटी भी नहीं गिराई गई और 325750:00 तीन लाख पच्चीस हजार सात सौ पचास रुपये का भुगतान मटेरियल के नाम पर कर दिया गया जबकि हकीकत यह है कि उक्त ग्राम के वाशिंदे आज भी विकास की मुख्यधारा से वंचित अपना जीवन बसर कर रहे है पंचायत में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा जिले के आला अधिकारियों से भी की गई लेकिन नतीजा आज भी वही ढांक के तीन पात है जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्यवाही न होने की स्थिति में सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है यहाँ अहम सवाल यह है कि पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद भी तमाम जिम्मेदार संज्ञान नहीं लेते जिसके परिणामस्वरूप ही पंचायतों में ग्राम विकास के लिए आने वाली शासकीय राशि को भ्रष्टाचार की चढ़ाया जा रहा है।