राजेश ठाकुर की रिपोर्ट
डिंडौरी-आई विटनेस न्यूज 24, आदिवासी बहुल जिला डिंडोरी की जनपद पंचायत डिंडोरी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सारस ताल मैं मनरेगा योजना के तहत चेक डैम का निर्माण किया जा रहा है, जहां आए दिन नए-नए कारनामे हो रहे हैं ,एक ऐसा ही मामला ग्रामीणों के द्वारा बताया गया, की जहां एक और शासन के द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है ,कि ग्रामीण मजदूरों का पलायन रोका जाए, इसके लिए प्रशासन के द्वारा नित्य नए-नए रोजगारो के साधन ग्राम पंचायतों को मुहैया कराए जा रहे हैं ,वही ग्राम पंचायतों में कार्यरत शासन के कारिंदे शासन की योजनाओं में पलीता लगा रहे हैं, ग्राम पंचायत सारस ताल के रोजगार सहायक उमेंद्र सिंह उद्दे के द्वारा चेक डैम में कार्यरत मजदूरों के साथ नाइंसाफी की जा रही है , काम में अगर कोई मजदूर कभी कभार पांच 10 मिनट लेट हो जाता है तो उसे दबंगता पूर्वक काम से भगा दिया जाता है, जबकि ग्रामीणों का कहना है, कि हम सभी मजदूर समय से पहुंच जाते हैं, कभी कभार पांच 10 मिनट लेट हो जाते हैं, तो रोजगार सहायक के द्वारा हमें काम से भगा दिया जाता है, यह एक प्रकार से रोजगार सहायक की दबंगता कही जा सकती है, जहां एक ओर शासन गरीब वर्ग के लोगों को मनरेगा योजना के तहत पालने का काम कर रही है, वही पंचायत के कर्मियों के द्वारा मजदूरों के ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं, ग्रामीण लोगों का कहना है, कि रोजगार सहायक उमेद सिंह उद्दे के द्वारा कई बार इससे पहले भी मजदूरों को कार्य से भगा दिया जाता है, जबकि मजदूरों का कहना है, कि गांव के टोलों में बसे मजदूर 200- 300 मीटर की दूरी तय करके काम करने के लिए आते हैं, उन्हें लेट हो जाने पर कार्य से भगा दिया जाता है, लोगों का कहना है, कि ऐसे रोजगार सहायक के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए!