डिंडोरी।कलेक्टर के आदेश को कितना संजीदगी में लिया जाता है, इसका नमूना जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र में देखा जा सकता है। जहां प्रभारी को हटाने संबंधी कलेक्टर के आदेश के परिपालन में प्रभारी को भले ही कागजों में भार मुक्त कर दिया गया हो,लेकिन हकीकत यह है कि केंद्र प्रभारी अभी भी जिला अस्पताल में संचालित केंद्र में ही जमी हैं।इनको हटाने में अस्पताल प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। जबकि एक पखवाड़े पूर्व कलेक्टर ने केंद्र में अनिमिताओं और योजना में लापरवाही बरतने पर केंद्र प्रभारी का तबादला करंजिया करने आदेश जारी किया था।बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन पोषण पुनर्वास केंद्र प्रभारी को भार मुक्त नहीं कर पा रहा है। पूरे मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि आदेश के पालन नहीं होने पर कलेक्टर भी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं और अब आदेश के पालन हेतु सीएमएचओ को जिम्मेदार बतला रहे हैं गौरतलब है कि इमरजेंसी वार्ड के ऊपर संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र से मिल रही शिकायतों पर कलेक्टर विकास मिश्रा ने दो सप्ताह पूर्व केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया था और केंद्र संचालन में अनिमिताओं की शिकायत सही पाए जाने पर केंद्र प्रभारी रूपा नामदेव का स्थानांतरण तत्काल करंजिया विकासखंड करने आदेश जारी किया था।लेकिन दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने केंद्र प्रभार को हटाने में नाकाम नजर आ रहा है।वह रोजाना हाजरी रजिस्टर में हस्ताक्षर कर रहीं हैं और अन्य दस्तावेज के संधारण के साथ केंद्र का भी संचालन करती देखी जा सकती हैं।सूत्रों के मुताबिक कागजों में केंद्र प्रभारी को रिलीव किया गया है।
इनका कहना है -
केंद्र प्रभारी को भार मुक्त कर दिया गया है।यदि अभी भी केंद्र प्रभारी अपनी सेवा केंद्र में ही दे रहीं हैं तो इस बाबद जानकारी लेकर कार्रवाई की जावेगी।
डॉ रमेश मरावी, सीएमएचओ
जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र प्रभारी का तबादला पूर्व में ही करंजिया कर दिया गया है।उनको हटाने की जुम्मेदारी सीएमएचओ की है।आदेश का पालन क्यों नहीं किया जा रहा,इस बाबद जानकारी ली जावेगी।
विकास मिश्रा, कलेक्टर डिंडोरी