डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देशानुसार रेवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत जिले में महिला बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके घर में सूरजमुखी फूल का चित्र अंकित किया जा रहा है। जिसमें कुपोषित बच्चे के घर लाल सूरजमुखी बनाया जा रहा है। जब बच्चा कुपोषण से बाहर आ जाएगा, तब हरा सूरजमुखी बनेगा यह प्रदर्शित करता है। इससे माता-पिता को लाल रंग के सूरजमुखी के फूल जो गंभीर कुपोषण का प्रतीक है, हरे रंग का सूरजमुखी का फूल देखने की जिज्ञासा बन जायेगी, क्योंकि हर माता पिता अपने बच्चों को सुपोषित देखना चाहते हैं। इस पहल से बच्चों को कुपोषण से सुपोषण की ओर ले जाने में स्वेच्छा से आमजन भी मदद कर पायंगे और बच्चों का स्वास्थ्य स्तर में सुधार होगा।