डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विभिन्न विभागीय गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली। उक्त बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री विमलेश सिंह सहित समस्त सीईओ जनपद पंचायत व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर मिश्रा ने आयोजित बैठक में कहा कि
जिले के पेयजल समस्या वाले ग्रामों में परिवहन एवं अन्य माध्यमों से पेयजल आपूर्ति
करें। जिन ग्रामों में नलजल के कार्य निर्माणाधीन हैं उन्हें शीघ्र पूरा करें व
जिन ग्रामों में नलजल के कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं, उन्हें ग्राम पंचायत को हस्तांतरित कर नियमित पेयजल आपूर्ति कराना सुनिश्चित
करें।
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि
पीवीटीजी के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में आवास निर्माण कार्य, विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति सहित अन्य मूलभूत कार्यों में
किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की
जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में पूर्व से स्वीकृत निर्माण कार्यों को
गुणवत्तापूर्वक समय-सीमा में पूरा करें तथा स्वीकृत कार्यों के लिए स्थल निरीक्षण
करें। नगर पंचायत के साथ-साथ हाइवे रोड में पड़ने वाली ग्राम पंचायतों में भी अवारा
पशुओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएं, जिससे संभावित सड़क
दुर्घटनाओं से बचा जा सके। सड़क में घूम रहे अवारा पशुओं को गौ-शाला भेजने के
निर्देश दिए गए।
सीएम हेल्पलाइन के शिकायतों का
प्राथमिकता से समय पर निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण लेवल-1 एवं लेवल-2 पर ही हो जाना चाहिए।
कलेक्टर मिश्रा ने बताया कि
आगामी 25 मई को डिंडौरी जिले की स्थापना दिवस है। उन्होंने कहा कि
सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को वृक्षारोपण की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ
ही पेयजल की अत्यंत आवश्यकता वाले स्थानों/हाट-बाजारों में प्याऊ लगाने को कहा।
कलेक्टर मिश्रा ने जनपद स्तर पर भी पुस्तकालय की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही उन्होंने कैरियर काउंसलिंग केन्द्र, नर्मदा नदी के घाटों की
साफ-सफाई, वाटरशेड के कार्यों और स्वास्थ्य शिविर आदि कर
विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।