7 मई को पूरे देश में बजेगा ‘युद्ध सायरन’, घबराएं नहीं – यह मॉक ड्रिल है, 1971 के बाद पहली बार हो रहा अभ्यास
आई विटनेस न्यूज 24,सोमवार 5 मई,अगर आप 7 मई को अचानक किसी तेज और डरावनी सायरन की आवाज सुनें, तो घबराएं नहीं। यह किसी आपात स्थिति का संकेत नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा निर्देशित एक मॉक ड्रिल है। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध या हवाई हमले जैसी स्थिति में नागरिकों और प्रशासन की तैयारियों को परखना है।
सरकार ने पहली बार 1971 के बाद इतनी बड़ी स्तर पर मॉक ड्रिल कराने का आदेश दिया है। इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों में प्रशासनिक भवनों, पुलिस मुख्यालयों और फायर स्टेशनों पर तेज सायरन बजाए जाएंगे। नागरिकों को बताया जाएगा कि ऐसी स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए और कैसे सुरक्षित रहना है।
केंद्र सरकार का यह कदम 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है और सरकार ने किसी भी संभावित खतरे से पहले नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह मॉक ड्रिल आयोजित की है।
इस अभ्यास में "ब्लैकआउट एक्सरसाइज" भी शामिल है, जिसमें तय समय के लिए एक क्षेत्र की बिजली काट दी जाती है। इसका उद्देश्य यह है कि युद्ध की स्थिति में इलाके को अंधेरे में रखा जा सके, जिससे दुश्मन के लिए हमला करना मुश्किल हो जाए। हाल ही में पंजाब के फिरोजपुर छावनी क्षेत्र में ऐसी ब्लैकआउट प्रैक्टिस की गई थी, जहां रात 9 से 9:30 बजे तक गांवों और मोहल्लों में बिजली बंद रखी गई।
सरकार का कहना है कि मॉक ड्रिल एक तरह की सुरक्षा प्रैक्टिस है, जिसमें यह परखा जाता है कि आपातकालीन स्थिति में आम लोग और प्रशासन कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देते हैं।
नागरिकों से अपील: मॉक ड्रिल के दौरान कोई घबराहट न फैलाएं, अफवाहों से बचें, और स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी व निर्देशों का पालन करें।