आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 10 जुलाई,गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर डिंडौरी जिले के शहपुरा और विभिन्न ग्रामों में विविध आयोजन कर गुरु-शिष्य परंपरा को सम्मानपूर्वक नमन किया गया। एक ओर जहां शासकीय आदर्श महाविद्यालय शहपुरा में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ शिक्षकों का सम्मान किया गया, वहीं दूसरी ओर योगदा सत्संग सोसाइटी के तत्वावधान में बरगांव, करौंदी व डिंडौरी में भक्ति भाव से गुरु पूजन, ध्यान व सत्संग आयोजित किया गया।
शासकीय आदर्श महाविद्यालय शहपुरा में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्राचार्य डी.के. व्यवहार, एनसीसी कोच व प्रधान अध्यापक आर.एस. गुरुदेव तथा शहपुरा के अन्य गणमान्य शिक्षक रहे। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. स्वीटी यादव एवं समस्त प्राध्यापकों द्वारा अतिथियों का पुष्पगुच्छ व तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना, गुरु वंदना एवं गुरु महिमा पर आधारित संकल्प प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में डॉ. नेहा चौहान, डॉ. बीना शिवहरे, डॉ. राजेश तिवारी, डॉ. संगीता श्याम, डॉ. एल.एन. साहू, डॉ. नीरज गुप्ता, डॉ. सुषमा मिश्रा, डॉ. शालिनी धुर्वे, डॉ. कल्पना सागर, डॉ. प्रफुल्ल साहू, डॉ. शिवपाल पटेल, डॉ. पापरी कर्मकार सहित समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। छात्रा राजेश्वरी धुर्वे ने गुरु की महिमा पर भावपूर्ण प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल झारिया ने किया।
वहीं, योगदा सत्संग सोसाइटी डिंडौरी द्वारा भी गुरु पूर्णिमा पर्व अत्यंत श्रद्धा से मनाया गया। डिंडौरी, बरगांव और करौंदी के भक्तों—नरेन्द्र साहू, खूबनारायण साहू, तुलसीराम साहू, पीताम्बर साहू, बलभैया साहू, रोशनी साहू, यशोदा साहू, प्रीती साहू, माया साहू व अन्य ने परमहंस योगानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर गुरु पूजन किया।
सभी भक्तों ने एक-एक कर फल, फूल व दक्षिणा अर्पित कर गुरु चरणों में नमन किया। एक घंटे का सामूहिक ध्यान कर सभी ने आत्मिक शांति का अनुभव किया। तत्पश्चात प्रसाद वितरण और सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें गुरु परंपरा के आध्यात्मिक पक्षों पर प्रकाश डाला गया।
इन आयोजनों ने गुरु के प्रति श्रद्धा, सेवा और समर्पण के भाव को गहराया और गुरु-शिष्य संबंध की भारतीय परंपरा को जीवंत किया।