राजेन्द्र तंतवाय की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 29 अक्टूबर,भारतीय जनता पार्टी के संगठन में एक के बाद एक त्यागपत्रों से हलचल मच गई है। शहपुरा जनपद पंचायत के कई वरिष्ठ व सक्रिय सदस्यों ने सामूहिक रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी संगठनात्मक दायित्वों से त्यागपत्र दे दिया है।
यह त्यागपत्र प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, भोपाल को संबोधित करते हुए भेजा गया है।
सामूहिक रूप से त्यागपत्र देने वालों में — जितेन्द्र चंदेल, जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा डिंडौरी, शक्ति केंद्र प्रभारी (पड़रिया कला) एवं वर्तमान उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत शहपुरा, देवीदीन झारिया, शक्ति केंद्र प्रभारी (गुरैया) एवं जनपद सदस्य, सरोज परस्ते, पूर्व सरपंच एवं वर्तमान जनपद सदस्य, देवकरण परस्ते, पूर्व सरपंच एवं वर्तमान जनपद सदस्य, तथा
मोतीबाई तेकाम, जनपद सदस्य,
शामिल हैं।इन सभी ने अपने त्यागपत्र में संगठन के भीतर बढ़ते असंतोष, उपेक्षा और “विधायक तथा जनपद पंचायत अध्यक्ष के मनमाने रवैये” को प्रमुख कारण बताया है।
त्यागपत्र में सदस्यों ने विधायक ओमप्रकाश धुर्वे एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका आर्मो की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं।
सदस्यों का कहना है कि दोनों की “सांठगांठ और निजी स्वार्थपूर्ण राजनीति” के कारण पार्टी की साख को गहरा नुकसान हो रहा है।
जनपद अध्यक्ष की मनमानी और पक्षपातपूर्ण रवैये से अधिकांश भाजपा समर्थित जनपद सदस्य असंतुष्ट हैं।
सदस्यों ने बताया कि इसी असंतोष के चलते उन्होंने अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया था।
त्यागपत्र में यह भी उल्लेख है कि श्रीमती प्रियंका आर्मो पूर्व में भाजपा की सदस्य नहीं थीं, लेकिन अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में शामिल हुईं और अब अपनी मनमानीपूर्ण कार्यशैली से संगठन की छवि को नुकसान पहुँचा रही हैं।
सदस्यों ने कहा है कि वे वर्षों से संगठन में सक्रिय रहकर विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी को अधिकतम समर्थन दिलाने के लिए बूथ स्तर तक कार्य करते रहे।
इसके बावजूद, विधायक और जनपद अध्यक्ष के हस्तक्षेप के चलते निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है।उन्होंने कहा कि “हमने संगठन की मजबूती के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम किया, पर अब हमारे जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं बचा है।”
इसी क्रम में, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष, पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष शहपुरा एवं वर्तमान जनपद सदस्य टेकेश्वर साहू ने भी बीते कल पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
उन्होंने अपने पत्र में विधायक और जनपद अध्यक्ष की कार्यशैली को लेकर गंभीर नाराज़गी व्यक्त की थी।
टेकेश्वर साहू के त्यागपत्र के ठीक अगले ही दिन अन्य जनपद सदस्यों का सामूहिक इस्तीफा सामने आना, स्थानीय भाजपा संगठन के भीतर चल रहे आंतरिक असंतोष और खींचतान की पुष्टि करता है।
इन त्यागपत्रों के बाद शहपुरा क्षेत्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी के भीतर हो रहे ये सामूहिक त्यागपत्र संगठन के लिए बड़ा संकेत हैं और आने वाले समय में इसके व्यापक राजनीतिक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने इस घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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