अहीर नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र, झूले में आई खराबी से मची अफरातफरी, बाबा श्याम का जन्मोत्सव भी मनाया गया
आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 2 नवंबर,शनिवार को शहपुरा नगर में पारंपरिक दो दिवसीय ऐतिहासिक मड़ई का भव्य शुभारंभ हुआ। देव उठनी एकादशी के पावन अवसर पर आयोजित यह मेला हर वर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धा, उल्लास और लोक संस्कृति की झलक के साथ मनाया जा रहा है। आयोजन का समापन रविवार को होगा।
सुबह पूजा-अर्चना और चंडी ब्याह की परंपरा के साथ मड़ई का शुभारंभ किया गया। देवी चंडी की शोभायात्रा नगर भ्रमण पर निकली, जिसमें श्रद्धालु जयघोषों के साथ शामिल हुए। ढोल-नगाड़ों और शंखध्वनि के बीच पूरा नगर भक्तिमय वातावरण में डूबा रहा।
मड़ई स्थल पर दूर-दराज़ के गांवों से व्यापारी पहुंचे हैं। गन्ना, सिंघाड़ा, मूंगफली, कपड़े, खिलौने और घरेलू वस्तुओं की दुकानों से पूरा मेला स्थल गुलजार है। बच्चों और युवाओं के लिए लगे झूले, चरखी और मनोरंजन स्टॉल मुख्य आकर्षण बने हुए हैं।
अहीर नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र
सांस्कृतिक मंच पर लोक कलाकारों ने करमा, सैला, गोंडी और अहीर नृत्य की शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। अहीर नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया — नर्तकों की एकरूपता, पारंपरिक वेशभूषा और ढोल-मंजीरे की ताल पर झूमते कदमों ने सभी का ध्यान खींचा।
शाम को मड़ई स्थल पर लगे एक बड़े झूले में अचानक तकनीकी खराबी आने से अफरातफरी की स्थिति बन गई। झूला बीच में रुक गया, जिससे कुछ समय के लिए दहशत फैल गई। कुछ देर की मशक्कत के बाद झूले में फंसे लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा गया। राहत की बात यह रही कि कोई भी घायल नहीं हुआ।
मड़ई के अवसर पर धार्मिक माहौल के बीच खाटू वाले बाबा श्याम का जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया। पुरानी टॉकीज़ के पास श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम की भव्य झांकी सजाई और कीर्तन, भजन संध्या का आयोजन किया। पूरे क्षेत्र में “जय श्री श्याम” के जयघोष गूंजते रहे। भक्तों ने प्रसाद वितरण कर बाबा से सुख-समृद्धि की कामना की।
रविवार को देवी चंडी की विशेष आरती, प्रसाद वितरण और पारंपरिक झांकी यात्रा के साथ दो दिवसीय मड़ई का समापन होगा। इस बार की मड़ई ने धार्मिक आस्था, लोक संस्कृति और सामाजिक एकता का सुंदर संदेश दिया है।


