ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, शनिवार 27 दिसम्बर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्राचीन डिंडोरी की परिसर के अंदर पेड़ को काट दिया गया जबकि विद्यालय परिसर में वृक्ष को बिना अनुमति के और बिना सूचना के संस्था के प्रभारी प्राचार्य रामकुमार बनावल के द्वारा कटवाया गया है जिसमें पेड़ की छांव के नीचे बच्चे खेलते थे और अपना अन्य गतिविधि करते थे छात्र-छात्रा इस वृक्ष के नीचे बैठकर अध्ययन किया करते थे खेलकूद की गतिविधियां संचालित होती थी बिना किसी कारण की पेड़ को आखिरकार स्कूल के प्राचार्य को क्यों काटना पड़ा यह बड़ा सवाल है हालांकि इस को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत वन विभाग से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक कर दी है जिसमें हवाला दिया गया है भारतीय वन अधिनियम 1927 और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 एवं भारतीय वन कानून अधिनियम 1927 संशोधन 78 की अनदेखी करते हुए छायादार वृक्ष लगभग 20 वर्ष से लगा हुआ था उसे काट दिया गया है शिकायतकर्ता का कहना है कि एक शिक्षक होते हुए शिक्षा के मंदिर में लगे वृक्ष को कैसे काट दिया गया शिक्षक होने के बावजूद भी इस तरह का घटना को अंजाम देना जो की सभ्य समाज को शोभा नहीं देता, इनका नैतिक संदेश नहीं देता है जहां सरकार एकओर एक पेड़ मां के नाम पर प्रदेश भर में लगवाने की बात कर रही है तो वहीं शिक्षक 20 वर्ष पूर्व लगे छायादार पेड़ को काट दिया है आप देखना होगा शिकायत के बाद आखिर करवाई क्या होती है।


