आई विटनेस न्यूज 24-सतना-सीधी स्टेट हाईवे पर छुहिया घाटी में पांच दिन से लगे जाम की वजह से बस चालक नहर के रास्ते से निकलने की कोशिश कर रहा था। सीधी में नहर में डूबी बस को लेकर जो मुख्य बात सामने आ रही है उसमें ड्राइवर द्वारा तय रूट से ना जाकर दूसरे रूट से बस को ले जाना भी बताया जा रहा है। यह बात सामने आई है कि छुहिया घाटी में जाम की स्थिति के कारण परमिट रूट से 7 किमी डायवर्टेड रूट से बस को ले जाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि रेलवे की एनटीपीसी परीक्षा के लिए सतना जा रहे विद्यार्थियों को जल्दी पहुंचाने के लिए इस बस का रूट बदला गया था। जिसके बाद बस का परमिट रदद् कर दिया गया है।
7 जनवरी को भी हुआ था बड़ा हादसा रीवा जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छुहिया घाटी में एक बस पर गर्म क्लिंकर से लोड ट्रक के पलटने के कारण पांच लोगों के मरने व दर्जन भर से ज्यादा लोगों घायल हुये थे।
नहर में गिरी बस के चालक को रामपुर नैकिन पुलिस ने दबिश देकर उसके घर पर पकड़ लिया है। रामपुर नैकिन थाने में पुलिस चालक से घटनाक्रम को लेकर बातचीत कर रही है।इससे पहले भी हो चुके हैं कई भीषण हादसे
सीधी-सतना के इस मार्ग पर अब तक 3 बड़े हादसे हो चुके हैं. पहला हादसा साल 1988 में हुआ था. जब लिलजी बांध में बस जा गिरी थी. उस हादसे में 88 यात्रियों की मौत हुई थी. इसके बाद दूसरा हादसा 18 नवंबर 2006 में हुआ था जब यात्रियों से भरी एक बस गोविंदगढ़ तालाब में गिर गई थी, इस दुर्घटना में 68 यात्रियों की मौत हुई थी. सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जब इस रास्ते पर जोखिम का अंदाजा था, पहले भी हादसे हो चुके थे तो ड्राइवर ने लोगों की जान से खिलवाड़ क्यों किया? साथ ही प्रशासन इस रूट पर भारी वाहनों को प्रवेश कैसे देता है.