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यूं ही............ नहीं कहते नर्मदा खंड डिंडोरी

कोई करा रहा अपनी मां को परिक्रमा तो कोई कर रहे परिक्रमा वासियों की सेवा
आई विटनेस न्यूज 24,गुरुवार 3 मार्च, "डिंडोरी को यूं ही नहीं कहते नर्मदा खंड" जी हां ......क्योंकि यहाँ हर शख्स के दिल मे धर्म सेवा और संस्कार बस्ता है
बात है डिंडोरी के ही दो वरिष्ठ पत्रकारों की जिन्होंने मानवता की मिशाल पेश की है बात है,दरअसल महाराष्ट्र से आये परिक्रमा वासियों के जख्मो पर मरहम लगा सेवा की मिसाल बने नर्मदा खण्ड डिण्डोरी के दो पुत्र। दरअसल बात ये कि  जिले के दो वरिष्ठ पत्रकारों ने देखा कि एक बुजुर्ग परिक्रमा वासी के पांव पर कुछ चोट थे और वह चल नहीं पा रहे थे। नजर पड़ते ही वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्रा सोनी  और राजेश विश्वकर्मा द्वारा उनका इलाज ही नही कराया वल्कि पूरी मदद भी की। वही उन्होंने पास के ही निजी अस्पताल प्रश्नानी हॉस्पिटल में लेकर गए जहां परिक्रमा कर रहे बुजुर्ग का इलाज हो सका और डॉक्टर प्रसनानी ने इलाज का किसी भी प्रकार से कोई पैसा नहीं लिया और दवाइयां भी मुफ्त उपलब्ध कराई है। वहीं उन्होंने दोनों ही पत्रकारों को आशीर्वाद दिया और ऐसे ही अन्य लोगो की सेवा भाव करने की बात कहीं।
युग भले ही बदले, लेकिन धार्मिक और सांस्कृतिक रिवाज अभी भी बरकरार है........
अपने माताओं को नर्मदा परिक्रमा कराने घर से निकले बेटे अमरपुर नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी संजय चंद्रौल व मनोज पाठक ने बता दिया कि चाहे
युग भले ही बदले, लेकिन धार्मिक और सांस्कृतिक रिवाज अभी भी बरकरार है। इसके प्रेरणादायक घटनाएं आज भी देखने को मिल ही जाती हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला ब्लाक मुख्यालय स्थित नर्मदा मंदिर से, जहां बेटे अपने बुजुर्ग माताओं को नर्मदा परिक्रमा कराने 3500 किलोमीटर की लम्बी मां नर्मदा की परिक्रमा कराने का संकल्प लेकर अपने माताओं की इच्छा पूरी कराने निकल पड़े हैं।दो बेटे कार पर सवार होकर इस यात्रा में बुजुर्ग दंपति का सहारा बने हुए हैं।
अमरपुर नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी संजय चंद्रौल व मनोज पाठक अपने माताओं को लेकर निकले हैं उनकी माताओं की नर्मदा परिक्रमा की चाह थी। इसके साथ ही लोगो को जल संरक्षण के लिए जागरूक करना चाहते थे। यह इच्छा उन्होंने अपने बेटों संजय चंद्रौल और मनोज पाठक के सामने रखी। अपने बुजुर्ग माताओं की इच्छा सुनकर दोनों बेटों ने अपने माताओं को नर्मदा परिक्रमा कराने का संकल्प ले लिया। पूरा परिवार कार में सवार होकर मां नर्मदा के परिक्रमा पर निकला पड़ा है।

कार से पूरी करेंगे परिक्रमा

 सरस्वती पाठक और कुसुम चंद्रौल माताओं ने मिडिया को बताया कि 3500 किलोमीटर की परिक्रमा पूरा परिवार कार से ही करेगा। सर्वप्रथम नर्मदा स्थिति रमपुरी घाट से जल उठाते हुए रामनगर होते हुए निकलेंगे माता सरस्वती पाठक कहती हैं कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि इस जन्म में नर्मदा परिक्रमा कर पाएंंगे लेकिन आज अपने बेटे के कारण मां नर्मदा की परिक्रमा कर पा रहे हैं। दूसरे ओर उनके संजय चंद्रौल का कहना है कि मां ने अपने नर्मदा परिक्रमा की इच्छा जताई और हम लोग मां नर्मदा परिक्रमा के लिए निकल पड़े।अनिल मिश्रा आकाश नामदेव संजय जंघेला विजय चंद्रोल राममिलन यादव शैंकी चंद्रोल आदि लोगों ने नारियल एवं अन्य चीजों को देकर इनको रवाना किया।

Ashish Joshi

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ASHISH JOSHI | आई विटनेस न्यूज़ 24 के संचालक के रूप में, मेरी प्रतिबद्धता हमारे दर्शकों को सटीक, प्रभावशाली और समय पर समाचार प्रदान करने की है। मैं पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखते हुए हर खबर को सच के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूँ। आई विटनेस न्यूज़ 24 में, हमारा लक्ष्य है कि हम समाज को सशक्त और जोड़ने वाली आवाज़ बनें।