रविन्द्र बेलिया की रिपोर्ट- आई विटनेस न्यूज़ 24 सोमवार 23 अक्टूबर
डिंडोरी। ग्राम में रोजगार देने के लिए संचालित मनरेगा योजना ब्लॉक में
श्रमिकों के लिए सिर्फ दिखावा साबित हो रही है। डिंडोरी जनपद अन्तर्गत ग्राम
पंचायत मुड़िया कला में लगभग तीन माह से ग्राम के ग्रामीणों को रोजगार गारंटी
योजना के तहत रोजगार नही मिल रहा है जिससे ग्रामीण रोजगार की तलाश में शहरों की ओर
पलायन करने के लिए मजबूर हो गए हैं।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत शहर में लोगों का
पलायन रोकने के लिए गांव में रोजगार दिया जाता है। एक अप्रैल से शासन की ओर से
मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि करते हुए 230 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है।
गांव में रोजगार मिल सके इसके लिए डिंडोरी जनपद क्षेत्र की 70 ग्राम पंचायतों में
श्रमिकों का जॉब कार्ड बनाया गया है,
जिससे ग्रामीण को
गांव में ही रोजगार मिले लेकिन ग्राम पंचायत मुड़िया कला के रोजगार सहायक की
मनमानी के चलते यहां जमीनी स्तर कुछ और ही बयां कर रही हैं।
गांव में रोजगार नहीं मिलने से ग्राम पंचायत के जॉब कार्डधारक मजदूर आर्थिक
तंगी दूर करने के लिए पुन: शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। इतना ही
नहीं योजना में समय से श्रमांश व सामग्री अंश का भुगतान नहीं होने से ग्राम पंचायत
सरपंच भी योजना संचालित करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
ग्राम पंचायत मुड़िया कला में आए दिन रोजगार की समस्या लगातार बड़ी रहती है
आलम यह है कि पंचायत के रोजगार सहायक की मनमानी के चलते ग्रामीणों को रोजगार नहीं
मिल पाता ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए
बताया कि ग्राम पंचायत मुड़िया कला के
रोजगार सहायक इन्द्र सिंह वालरे द्वारा कोई भी काम समय पर नहीं करता और ना ही
जिम्मेदारी पूर्वक अपना काम करता जिससे हम ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना
करना पड़ता है और जब भी हम रोजगार की मांग करते हैं तो उनके द्वारा कई प्रकार की
टेक्निकल प्रॉब्लम बताते हुए बात को घुमाने का काम कर देता है जिससे हम बहुत
परेशान हैं।