डिंडोरी जिले में विगत
कुछ समय से लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। कुछ समय पहले जिले की शहपुरा थाने
के अंतर्गत पिकअप पलटने से एक बड़ी सड़क दुर्घटना हुई थी जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए
थे। दुर्घटना होने के बाद आनन फानन में प्रशासन द्वारा गाड़ियों की जांच की जाने
लगी और उसके दो-चार दिन बाद ही फिर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होने
लगी। कुछ समय तक बिना दस्तावेज वाले वाहन लोगों ने यहां वहां छुपा कर रखा और कुछ
कोतवाली में खड़े रहे इसके बाद फिर खुलेआम सड़कों पर बिना फिटनेस बिना बीमा बिना
टैक्स के ओवरलोड गाड़ियां दौड़ने लगी आज फिर विक्रमपुर के पास चिचरिंगपुर ग्राम में
बड़ी बस दुर्घटना हुई लेकिन इन बड़ी दुर्घटनाओं से भी ना तो प्रशासन ही सब अगले
रहा है और ना वाहन चालक न आम जनता। जिले में ऑटो भी बिना परमिट बिना फिटनेस और
बिना बीमा के जिला मुख्यालय में दौड़ने लगे हैं इतना ही नहीं
बिना दस्तावेज की दौड़ने वाली यह गाड़ियां ओवरलोड भी रहती हैं ऐसी स्थिति में
दुर्घटना की संभावना बहुत अधिक रहती है जो की हकीकत के रूप में सामने आ रही है। आए
दिन हो रही दुर्घटनाओं से ना तो प्रशासन सबक ले रहा है ना वाहन चालक और ना ही आम
जनता अपने-अपने स्तर पर तीनों ही ऐसी दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है।
क्र |
वाहन क्र |
फिटनेस की वैधता |
1 |
mp52r 0774 |
6 jan 2024 |
2 |
mp52r 0434 |
7 june2019 |
3 |
mp52r 0429 |
5 july 2019 |
4 |
mp52r 0106 |
29 march 2009 |
5 |
mp52r 0175 |
16 march 2016 |
6 |
mp52r 1039 |
2 jan 2024 |
7 |
Mp52r 1777 |
2 jan 2024 |
बिगत दिनों से शहपूरा में
हुई पिकअप दुर्घटना के बाद जिला परिवहन विभाग और यातायात विभाग दोनों ही अचानक
सक्रिय हो गए थे इसके बाद फिर सब कुछ पहले
जैसा ही चलने लगा। आखिर आए दिन हो रही ऐसी सड़क दुर्घटनाओं के लिए कौन जिम्मेदार
है यह बड़ा सवाल है ?