कलेक्टर विकास मिश्रा ने पेयजल आपूर्ति और पेयजल व्यवस्था के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि पीएचई विभाग और जल संसाधन विभाग के कार्यों के मध्य अधिक से अधिक समन्वय हो। जिससे जल आपूर्ति के मुद्दो को त्वरित निपटान कर पाना संभव होगा। इसलिए सौंपे गए कार्यों को प्राथमिकता के साथ दोनों विभाग पूरे करें। जल संकट की स्थिति में पीएचई और जल संसाधन विभाग की भूमिका स्पष्ट होनी चाहिए। ज्ञात है कि जल संसाधन विभाग द्वारा सतही जल एवं पीएचई द्वारा जल आपूर्ति के कार्य किए जाते हैं।
कलेक्टर मिश्रा ने जल संसाधन विभाग के कार्यों में आने वाले भूमि संबंधी मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बांधों के लिए किए जा रहे कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करें। शहपुरा के बिलगढ़ा डैम, डिंडौरी के नर्मदा नदी डैम और करंजिया के बिट्ठलदेह डैम पर जल संसाधन विभाग को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी की अत्यंत गंभीर समस्या वाले क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ कार्यों को पूरा करें।