गणेश पाण्डे की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, बुधवार 9 अक्टूबर,डिंडोरी जिला मुख्यालय के नजदीक डिंडोरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला मडिया रास में भी इन दिनों मध्यान्ह भोजन मनमानी तरीके से चलाया जा रहा है।
शिक्षक आनंद सिंह ठाकुर द्वारा बताया गया कि प्राथमिक शाला भर्रा टोला मडियारास में मध्यान्ह भोजन का संचालन स्कूल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। जिसमें शासन द्वारा निर्धारित किए गए मीनू के आधार पर भोजन नहीं दिया जा सकता। क्योंकि इतनी महंगी सब्जी होने के कारण इतनी कम राशि में पूर्ति नहीं हो पाती। इतनी राशि में जितना हो सकता है उतना ही कर सकते हैं।
इतना ही नहीं ध्यान भोजन बनाने के लिए उज्ज्वला योजना से मिले चूल्हे और घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। शिक्षक आनंद सिंह ठाकुर ने बताया की यह चूल्हा अपने घर से लाया हूं यहां का चूल्हा खराब हो गया है। शिक्षक द्वारा बताया गया कि चूल्हा खराब हुए दो-चार महीने हुए हैं लेकिन रसोइयों द्वारा जानकारी दी गई की 1 साल से ज्यादा समय से इसी चूल्हे से मध्यान्ह भोजन बनाया जा रहा है और जो हमको दिया जाता है वही बनाते हैं।
प्राथमिक शाला बनवासी टोला मडियारास
प्राथमिक शाला बनवासी टोला मडियारास में भी मध्यान्ह भोजन की स्थिति ठीक नहीं है निर्धारित मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन बच्चों को नहीं दिया जा रहा यहां पर सोमवार को शासन द्वारा निर्धारित किए गए मीनू के अनुसार चावल के साथ अरहर की दाल काबुली चने और टमाटर की सब्जी देने का नियम है लेकिन विद्यालय में दाल चावल की खिचड़ी बच्चों को खिलाई गई। यहां पर भी गैस सिलेंडर और चूल्हा उपलब्ध नहीं था रसोइयों के द्वारा लकड़ी का उपयोग करके चूल्हे से खिचड़ी बनाई जा रही थी।
डिंडोरी विकासखंड के स्कूलों में लगातार प्राथमिक शाला मडिया रास में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी, विद्यालय प्रबंधन चला रहा मध्यान्ह भोजन
डिंडोरी जिला मुख्यालय के नजदीक डिंडोरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला मडिया रास में भी इन दिनों मध्यान्ह भोजन मनमानी तरीके से चलाया जा रहा है।
शिक्षक आनंद सिंह ठाकुर द्वारा बताया गया कि प्राथमिक शाला भर्रा टोला मडियारास में मध्यान्ह भोजन का संचालन स्कूल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। जिसमें शासन द्वारा निर्धारित किए गए मीनू के आधार पर भोजन नहीं दिया जा सकता। क्योंकि इतनी महंगी सब्जी होने के कारण इतनी कम राशि में पूर्ति नहीं हो पाती। इतनी राशि में जितना हो सकता है उतना ही कर सकते हैं।
इतना ही नहीं ध्यान भोजन बनाने के लिए उज्ज्वला योजना से मिले चूल्हे और घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। शिक्षक आनंद सिंह ठाकुर ने बताया की यह चूल्हा अपने घर से लाया हूं यहां का चूल्हा खराब हो गया है। शिक्षक द्वारा बताया गया कि चूल्हा खराब हुए दो-चार महीने हुए हैं लेकिन रसोइयों द्वारा जानकारी दी गई की 1 साल से ज्यादा समय से इसी चूल्हे से मध्यान्ह भोजन बनाया जा रहा है और जो हमको दिया जाता है वही बनाते हैं।
प्राथमिक शाला बनवासी टोला मडियारास
प्राथमिक शाला बनवासी टोला मडियारास में भी मध्यान्ह भोजन की स्थिति ठीक नहीं है निर्धारित मीनू के आधार पर मध्यान्ह भोजन बच्चों को नहीं दिया जा रहा यहां पर सोमवार को शासन द्वारा निर्धारित किए गए मीनू के अनुसार चावल के साथ अरहर की दाल काबुली चने और टमाटर की सब्जी देने का नियम है लेकिन विद्यालय में दाल चावल की खिचड़ी बच्चों को खिलाई गई। यहां पर भी गैस सिलेंडर और चूल्हा उपलब्ध नहीं था रसोइयों के द्वारा लकड़ी का उपयोग करके चूल्हे से खिचड़ी बनाई जा रही थी। जिले के स्कूलों में लगातार मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी केवल जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।




