आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 24 जून,जिले के जनपद पंचायत शहपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत करौंदी में 10,53,467 रूपयों की लागत से चेकडेम का निर्माण कार्य किया गया है। जिसमें गुणवत्ताहीन तरीके से काम कराया गया है। इसकी शिकायत करौंदी निवासी ग्रामीण व पत्रकार भीमशंकर साहू के द्वारा मंगलवार को डिण्डौरी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से की गई है। जानकारी में बताया गया है कि ग्राम पंचायत करौंदी, जनपद पंचायत शहपुरा, जिला- डिण्डौरी में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा के तहत 10 लाख 53 हजार 467 रूपयों की लागत से देवनाला में वर्ष 2021 में स्वीकृत चेक डैम का निर्माण कार्य हाल ही में जून 2025 में ग्राम पंचायत के द्वारा एक स्थानीय सप्लायर मनीष कुमार साहू पिता रामलाल साहू , निवासी ग्राम बरगांव को ठेका देकर कराया गया है। जिसमें गांव की मजदूरों की बजाय अधिकतर काम बाहरी मजदूरों से कराया गया है जो की मनरेगा की नियमों के विपरीत है। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर भारी मात्रा में चेक डैम निर्माण कार्य में बोल्डर भरे गए हैं जिसके वीडियो ग्रामीणों के द्वारा मौका स्थल पर बनाया गया है। 20mm गिट्टी की जगह मिट्टी युक्त 40 mm गिट्टी का उपयोग किया गया है।
वहीं इसकी खबरें लगातार समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुई है। लेकिन जनपद पंचायत शहपुरा के उपयंत्री विकास सोनगोत्रा एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से यहां कार्य कराया गया है। जब ग्रामीणों के द्वारा उपयंत्री को मौका स्थल पर बुलाया जा रहा था तो वह नहीं पहुंचे। और बाद में बोल्डर डालने के बाद तीसरे दिन आए जब तक बोल्डर पूरा डाल चुका था। वहीं इसकी शिकायत ग्रामीणों ने मौखिक रूप से जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरविंद बोरकर से की गई लेकिन उन्होंने भी इसकी सूक्ष्मता से जांच नहीं की। जिससे ठेकेदार सप्लायर मनीष कुमार साहू के द्वारा मनमाने तरीके से कार्य कराया गया है।
यहां ग्राम पंचायत के सरपंच जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी और जनपद पंचायत शहपुरा के जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों के द्वारा शासकीय राशि का जमकर बंदरबाट किया गया है।
वहीं कुछ महीनों पूर्व में इसी सप्लायर ठेकेदार मनीष कुमार साहू के द्वारा करौंदी में खेरमाई रोड सीसी रोड नाली निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य कराए गए हैं जो की गुणवत्ताहीन है जिसकी शिकायत भी ग्रामीणों के द्वारा सीएम हेल्पलाइन में की गई थी लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई वहीं कुछ ग्रामीणों पर दबाव बनाकर शिकायत वापस करा ली गई थी। ग्रामीण भीमशंकर साहू ने शिकायत पत्र के माध्यम से कहा है कि इसकी गहनता से जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए जिससे कि शासकीय राशि का सही उपयोग हो सके। महोदया जी से निवेदन है कि इस निर्माण कार्य की राशि का भुगतान तत्काल रोका जाए जब तक की जांच पूरी ना हो जाए।
जिला पंचायत सीईओ अरूण कुमार राठौर ने कहा कि इसकी ईई से जांच करवाता हूं।