आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 7 जुलाई,डिण्डौरी नगर में कचरा प्रबंधन को लेकर गहराया संकट जो अब आमजन की परेशानी का कारण बन सकता है। नगर पंचायत डिण्डौरी द्वारा कचरा संग्रहण का जिम्मा संभाल रही अल्ट्रा क्लीन एंड क्लियर कंपनी ने बकाया भुगतान नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए कचरा उठाने से इनकार कर दिया है।
कंपनी के ठेकेदार अतुल उपाध्याय ने बताया कि पिछले छह माह से नगर पंचायत द्वारा अनुबंध की राशि 7 लाख 35हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से विगत 6 माह का भुगतान नहीं किया गया है। उनका कहना है कि कचरा संग्रहण का कार्य अब बंद कर दिया गया है, क्योंकि कचरा गाड़ियों का संचालन, डीजल और कर्मचारियों का खर्च कंपनी स्वयं वहन करती है। बिना भुगतान के कार्य जारी रखना संभव नहीं है।
दूसरी ओर, नगर पंचायत अधिकारी अमित तिवारी ने कंपनी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अल्ट्रा क्लीन कंपनी को प्रतिमाह बड़ी राशि दी जा रही है, फिर भी नगर में कचरे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उन्होंने बताया कि कंपनी केवल औपचारिकता निभा रही है, वार्डों में गाड़ियों को घुमा दिया जाता है और केवल उन लोगों का कचरा लिया जा रहा है जो खुद अपने घरों से बाहर लाकर देते हैं। शेष स्थानों पर कचरा वैसे का वैसा पड़ा है।
अधिकारी ने यह भी कहा कि कंपनी द्वारा लिए जा रहे 7.35 लाख रुपये अत्यधिक हैं, जबकि वास्तविक खर्च अनुमानित तौर पर 3 से 3.5 लाख रुपये के बीच होना चाहिए। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कचरा प्रबंधन एक गंभीर और प्राथमिकता का विषय है, क्योंकि इससे न केवल नगर की सफाई प्रभावित होती है बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडराता है।
हालांकि, दोनों पक्षों — नगर पंचायत और कचरा संग्रहण कंपनी — ने यह भरोसा दिलाया है कि जल्द ही बातचीत कर समाधान निकाला जाएगा और कचरा संग्रहण कार्य दोबारा शुरू किया जाएगा।