आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 21 सितम्बर,जिला प्रशासन के निर्देशन में जिले में चल रहे विभिन्न पूर्ण एवं अपूर्ण निर्माण कार्यों के निरीक्षण हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी क्रम में जल संसाधन संभाग डिंडौरी के अनुविभागीय अधिकारी अमित उइके को ग्राम पंचायत कंचनपुर में तालाब निर्माण कार्य का निरीक्षण करने हेतु नियुक्त किया गया।शनिवार को अमित उइके अपने सहयोगी अधिकारियों के साथ कंचनपुर पहुंचे और स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि तालाब निर्माण कार्य अपूर्ण है तथा जिस भूमि पर तालाब का निर्माण किया गया है उसमें श्मशान घाट डूब रहा है। उन्होंने बताया कि तालाब की प्राक्कलन राशि की जानकारी उन्हें उपलब्ध नहीं है, परंतु उन्होंने कार्यस्थल पर विभिन्न फोटोग्राफ लेकर बारीकी से मुआयना किया। निरीक्षण में कई खामियां सामने आईं।
विदित हो कि कंचनपुर तालाब निर्माण कार्य में सरपंच, सचिव और उपयंत्री की लापरवाही के चलते व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से की थी। जांच उपरांत दोष सिद्ध होने पर संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ रिकवरी आदेश जारी किया गया। इस पर सरपंच और सचिव ने माननीय उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी, जिसमें उन्हें 50% राशि तीन सप्ताह में जमा करने की मोहलत दी गई थी, जिसकी अवधि 22 तारीख को समाप्त हो रही है।
जिला पंचायत अधिकारी द्वारा सरपंच और सचिव को दोषी करार दिए जाने के बाद अब जिला प्रशासन के आगामी कदम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषी सरपंच और सचिव को तत्काल पद से मुक्त करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए।
निरीक्षण उपरांत अनुविभागीय अधिकारी अमित उइके ने कहा—
"मुझे जिला प्रशासन से भौतिक सत्यापन के लिए निरीक्षण का निर्देश दिया गया है। मैं तथ्यों, फोटोग्राफिक साक्ष्यों और साइट निरीक्षण के आधार पर अपनी रिपोर्ट जिला अधिकारी को प्रस्तुत करूंगा, शेष कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी।"

