ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 7 नवंबर,सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित टंट्या भील बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना एवं डॉ. अंबेडकर स्वरोजगार योजना के शिविर में शुक्रवार को जिलेभर के आदिवासी युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अवधराज बिलैया ने युवाओं को व्यापार की बारीकियों और उद्यमिता से जुड़ी जानकारी दी। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए युवाओं को मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के साथ सफल व्यवसाय स्थापित करने का संदेश दिया।बिलैया ने कहा कि ये योजनाएं आदिवासी युवाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हैं। इनके माध्यम से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिलेगा।शिविर में महिला आवेदिकाओं की विशेष भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिला नोडल अधिकारी के रूप में श्रीमती सरिता हल्दकार (माध्यमिक शिक्षक) को नियुक्त किया गया। महिला विंग की टीम में कुमारी संतोषी धुर्वे, सृष्टि दीक्षित, निशा उरैती और पुष्पलता मरावी ने आवेदिकाओं के दस्तावेजों की जांच और आवश्यक जानकारी प्रदान करने का कार्य संभाला।शिविर में उपस्थित युवाओं को योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। टंट्या भील बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार के लिए संसाधन और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। वहीं, डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वरोजगार योजना अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए संचालित है, जिसके तहत प्रशिक्षण और वित्तीय सहयोग दिया जाता है।विभाग द्वारा बताया गया कि इच्छुक आवेदक इन योजनाओं के लिए विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पात्रता के अनुसार आवेदक का अनुसूचित जाति या जनजाति वर्ग से होना आवश्यक है।शिविर स्थल पर युवाओं में आत्मनिर्भर बनने और स्वरोजगार शुरू करने की उमंग स्पष्ट दिखाई दी। विभागीय अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया कि इन योजनाओं के माध्यम से जिले के अनेक युवा अपने सपनों को साकार करेंगे और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगदान देंगे।

