आई विटनेस न्यूज 24, मंगलवार 30 दिसम्बर,मां के प्रति श्रद्धा, सेवा और संकल्प की मिसाल पेश करते हुए सागर जिले के ग्राम भभूका, तहसील राहतगढ़ निवासी 65 वर्षीय सुदामा नाथजी अपनी 80 वर्षीय माता रामकली नाथजी को व्हीलचेयर पर बैठाकर मां नर्मदा की परिक्रमा करा रहे हैं। यह भावुक कर देने वाली यात्रा उन्होंने करीब दस माह पूर्व ओंकारेश्वर से शुरू की थी, जो अब भी निरंतर जारी है।
सुदामा नाथजी ने बताया कि उनकी माता वृद्धावस्था के कारण चलने-फिरने में असमर्थ हैं, लेकिन उनकी वर्षों पुरानी इच्छा थी कि वे मां नर्मदा की परिक्रमा करें। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने व्हीलचेयर का सहारा लिया और स्वयं पैदल चलते हुए मां को परिक्रमा पर ले निकले।
दस महीनों से लगातार पैदल चलकर कठिन मार्गों, मौसम की मार और शारीरिक थकान के बावजूद सुदामा नाथ अपने संकल्प से डिगे नहीं हैं। रास्ते में जहां-जहां वे पहुंचते हैं, लोग उनकी भक्ति, त्याग और मातृसेवा को देखकर भाव-विभोर हो जाते हैं और हर संभव सहयोग भी करते हैं।
यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि आज के समय में माता-पिता के प्रति कर्तव्य और समर्पण का प्रेरणादायी उदाहरण भी बन गई है।

