आशीष जोशी
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 30 सितम्बर,आदिवासी बाहुल्य जिला डिण्डौरी प्राकृतिक खूबसूरती वन्य जीवों और आदिवासी संस्कृति को समेटे हुए हैं। यहां का प्राकृतिक वातावरण सभी का मन मोह लेता है।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि बैगाचक क्षेत्र के खम्हेरा, शीतलपानी व जीलंग के जंगलों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है और जंगलों की कटाई कर उसको खेत के रूप में बनाया जा रहा है लेकिन इस पर जिम्मेदार वन विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। साथ ही यहां हिरणों की संख्या अत्यधिक है जो कि जंगलों में घूमते रहते हैं लेकिन कुछ लोग शिकार करने की बदनियत से फंदा डालकर हिरणों का शिकार कर रहे हैं जो की चिंता का विषय है।
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद बाबा ने बताया कि जगह-जगह जंगलों में पेड़ पौधों की कटाई हो रही है हिरणों का शिकार किया जा रहा है लेकिन इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने इस संबंध में कई बार सोशल मीडिया के माध्यम से शासन-प्रशासन से मांग की लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जिसके चलते शिकारियों और जंगलों को नुकसान पहुंचाने वालों के हौसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे हैं। शासन-प्रशासन को चाहिए कि इस पर संज्ञान लेते हुए जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जाए जिससे हमारे वनों और वन प्राणियों को बचाया जा सके।

