डिन्डोरी उल्लास
नवभारत साक्षरता अभियान योजना का प्राथमिक उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वयस्कों को सशक्त बनाना है।
जिन्हें खुद को शिक्षित करने का अवसर नहीं मिला है और उन्हें देश के विकास में
योगदान करने में सक्षम बनाना है। यह न केवल शिक्षार्थियों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित कौशल हासिल करने की अनुमति
देता है, बल्कि आजीवन सीखने को
प्रोत्साहित करते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल की समझ से समृद्ध भी करता है।
आज 22 सितंबर 2024 को शहपुरा के सभी नवभारत साक्षरता केंद्रों में
पंजीकृत निरक्षरों की मूल्यांकन परीक्षा शांतिपूर्ण संचालित की गई। शहपुरा
विकासखण्ड के 222 मूल्यांकन
केंद्रों में 4000 परीक्षार्थी
मूल्याकंन में उपस्थित हुए। बी.आर.सी.सी.बीएसी जनशिक्षक संकुल समन्वयक द्वारा
परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर निर्धारित निलिप एप्प पर केंद्र का निरीक्षण
ऑनलाइन दर्ज किया गया। सभी केंद्रों में अच्छी उपस्थिति देखने को मिली, मूल्यांकन सुचारू एवं शांतिपूर्ण ढंग से
संचालित पाया गया।
डिन्डोरी के सभी
नवभारत साक्षरता केंद्रों में पंजीकृत निरक्षरों की मूल्यांकन परीक्षा शांतिपूर्ण
संचालित की गई। डिन्डोरी विकासखण्ड के कुल पंजीकृत निरक्षरों की संख्या 13601 जिनमे 9111 महिला तथा 4490
पुरुष थे 281 मूल्यांकन
केंद्रों में 3303 महिला निरक्षर तथा 1226 पुरुष कुल 4529 परीक्षार्थी मूल्याकंन में उपस्थित हुए।

