बेदखली सूचना पत्र जारी होने के बावजूद तहसीलदार आर आई नहीं हटा पाए अतिक्रमण आखिर वजह क्या?
आई विटनेस न्यूज 24,रविवार 1 जून,डिंडोरी जिला मुख्यालय अंतर्गत ग्राम पंचायत कूड़ा में दबंगों ने जमकर किया बेजा कब्जा शासकीय चरनोई भूमि पर ओंकार सिंह परमार पिता मानसिंह परमार नर्मदा प्रसाद परमार पिता नेतराम सिंह परमार ने मध्य प्रदेश शासन की भूमि खसरा नंबर 758 रकबा 0.16 मद शासकीय चारगाह पर अतिक्रमण कर अंश रकवा पर 10.5 50 वर्ग मी भूमि पर अतिक्रमण किया गया है अनावेदक ओंकार सिंह परमार पिता मानसिंह द्वारा तथा नर्मदा प्रसाद नेतराम द्वारा 3,4 12 वर्ग मीटर भूमि पर अतिक्रमण किया गया है अनावेदक द्वारा अपना बेजा कब्जा पृथक कर लेने का आदेश पारित किया गया जिसके परिपालन में न्यायालय के द्वारा आज दिनांक 18 3.2024 को नोटिस जारी कर अनावेदक गढ़ को निर्देशित किया गया कि बात भूमि पर से आप दिनांक 25 3 2024 तक आपके द्वारा किए गए बेजाकब्ज को पृथक कर लें अन्यथा न्यायालय द्वारा आपके द्वारा किए गए अधिकृत कब्ज को प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत 1.4. 2024. को पृथक किया जाएगा इसके बावजूद भी दबंगों द्वारा अवैध कब्जे को नहीं हटाया गया तमाम जानकारी जिला प्रशासन के साथ साथ जन प्रतिनिधियों को भी है पर सभी ने चुप्पी साधी है अब तो आए दिन देखा जा रहा है कि शहर से लेकर गांव तक शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है और कब्जा किया भी क्यों न जाए प्रशासन चुप्पी जो साधी बैठी है इसी मामले में देखा जा रहा है कि बेदखली सूचना पत्र जारी होने के बावजूद तहसीलदार और आर आई लगभग 1 वर्ष बीतने को हो गया है इसके बावजूद भी आ अवैध कब्जा नहीं हटा सके आखिर क्या बजे हैं क्या कार्यवाही के नाम पर लोगों को झुनझुना पकड़ा जाता है इसीलिए तो आदमी दफ्तरों के चक्कर काटते काटते थक जाता है और जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती है बावजूद इसके आज तक ऐसे ऐसे मामलों की ना तो छानबीन की गई और ना ही दोषी अधिकारी कर्मचारियों को दंडित किया गया लिहाजा आज भी जिला मुख्यालय लेकर ग्राम पंचायत तक की बेश कीमती शासकीय भूमि पर बेखौफ निर्माण किए जा रहे हैं और नगर परिषद सहित जिले के राजस्व अमले ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है अब इसके पीछे इन अधिकारी कर्मचारी की मंशा क्या है यहां तो बेहतर बता सकते हैं बरहाल हम आपको आज एक और ऐसे मामले से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसमें भू माफिया ने अवैध कब्जा कर पक्के निर्माण कार्य कर लिया है भू माफिया ग्राम पंचायत की चरनोई बेश कीमती भूमि को निगल गया जिले में भी आवासीय और व्यवसायिक के नाम पर भी बड़ा खेल किया जा रहा है जिससे कि राज्य सरकार को खासा नुकसान वहन करना पड़ रहा है नगर में ही ऐसे अनेक निर्माण प्रगतिरत है जिन्हें आवासीय के नाम पर स्वीकृत दे दी गई लेकिन वास्तविकता यहां है कि व्यवाशीक प्रयोजन के निर्माण कार्य किया जा रहे हैं। लिहाज़ा देखना दिलचस्प होगा कि यह जिम्मेदार क्या कार्यवाही करते हैं या फिर राजनीतिक रसूख के बलबूते ग्राम पंचायत कूड़ा की चरनोई बेशकीमती भूमि को माफिया ऐसे ही अपना निवाला बनाते रहेंगे जिला मुख्यालय से लेकर गांव गांव तक जमीन की खुली लूट मची है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंख कान बंद किए बैठे हैं क्योंकि सरकारी जमीनों में कब्जा करने वाले रसूख दार लोग हैं इसलिए अधिकारी भी कार्यवाही करने में संकोच कर रहे हैं और भू माफिया अधिकारियों की मजबूरी का जमकर लाभ उठा रहे हैं।