आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 27 जुलाई,श्रावण मास की पवित्रता और शिवभक्ति से सराबोर होकर रविवार को मां नर्मदा कोसमघाट से कठौतिया तक 17 किलोमीटर लंबी "संस्कार कांवड़ यात्रा" का भव्य आयोजन किया गया। भक्तों की टोली ने पूरे श्रद्धा भाव और उत्साह के साथ भगवान भोलेनाथ का मां नर्मदा के पवित्र जल से जलाभिषेक करने के लिए यह यात्रा संपन्न की।
कांवड़ यात्रा मां नर्मदा कोसमघाट से आरंभ होकर सारसडोली, मेंहदवानी, सरसी होते हुए कठौतिया स्थित शिवधाम तक पहुंची। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी। युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों शिवभक्तों ने इस आध्यात्मिक यात्रा में भाग लिया।
यात्रा के दौरान भक्तों ने भगवा वस्त्र पहनकर "हर हर महादेव", "बोल बम", "जय शिव शंकर" जैसे जयकारों से वातावरण को शिवमय कर दिया। श्रद्धालु कंधों पर कांवड़ रखकर पदयात्रा करते हुए शिवधाम तक पहुंचे, जहाँ विधि-विधान से जलाभिषेक कर बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की गई।
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और युवा जागरूकता का भी संदेश देती है। स्थानीय ग्रामवासियों ने भी श्रद्धा से यात्रियों का स्वागत किया और सेवा में सहभागी बने। इस कांवड़ यात्रा में कठौतिया, सुड़गांव, उमरिया, खम्हरिया, सरसी और इमलीटोला के कांवरियों ने कोसमघाट में मां नर्मदा का जल भरकर पदयात्रा की।
श्रावण के इस पुण्य अवसर पर सम्पन्न हुई "संस्कार कांवड़ यात्रा" ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि आस्था और भक्ति जब एक साथ चलें, तो हर पग पर एक नया संस्कार जन्म लेता है।