आई विटनेस न्यूज 24, रविवार 13 जुलाई,शासन के निर्देश पर दिनांक 17 जून 2025 को ग्राम पंचायत बांकी से ग्राम पंचायत संग्रामपुर स्थानांतरित किए गए सचिव गेंद लाल झारिया एक नए विवाद में घिरते नजर आ रहे हैं। स्थानांतरण के पश्चात भी उन्होंने अपनी पूर्व पंचायत में मनमाने तरीके से भुगतान कर प्रशासनिक नियमों की खुली अवहेलना की है।
जानकारी के अनुसार, स्थानांतरण के बाद जनपद पंचायत शहपुरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा दिनांक 4 जुलाई 2025 को सचिव गेंद लाल झारिया को बांकी और गणेशपुर पंचायतों से भार मुक्त करते हुए तत्काल नवीन पदस्थ ग्राम पंचायत संग्रामपुर में कार्यभार ग्रहण करने का आदेश दिया गया था। 5 जुलाई को उन्होंने संग्रामपुर में उपस्थिति दर्ज भी कर दी, वहीं गणेशपुर में सचिव तोषल प्रसाद साहू ने कार्यभार संभाल लिया।
लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इसके बावजूद सचिव गेंद लाल झारिया ने 12 जुलाई 2025 को राम तिवारी ट्रेडर्स नामक सप्लायर को स्टॉप डैम गेट निर्माण के नाम पर ₹40,700 का फर्जी भुगतान कर दिया। आरोप है कि यह भुगतान सचिव और सप्लायर की सांठगांठ से तैयार फर्जी बिलों के आधार पर किया गया।
इतना ही नहीं, भारमुक्त किए जाने के बावजूद 9 जुलाई 2025 को ग्राम पंचायत बांकी में सीसी सड़क निर्माण से जुड़ी सामग्री का भुगतान और ₹60,000 की अतिरिक्त राशि का व्यय भी सचिव द्वारा कर दिया गया, जो कि नियमों के विपरीत है।
इस घटनाक्रम से पंचायत व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस पूरे प्रकरण में सचिव और सप्लायर की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। मामले में जांच की मांग तेज हो गई है और संबंधित अधिकारियों की चुप्पी भी अब संदेह के घेरे में है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो यह प्रकरण भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण बनकर रह जाएगा। अब देखना होगा कि पंचायत एवं जनपद स्तर पर इस गंभीर मामले में क्या कार्रवाई की जाती है।