आई विटनेस न्यूज 24, शुक्रवार 4 जुलाई,शहपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम कंचनपुर में ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत का बड़ा मामला सामने आया है। यहां शासकीय योजनाओं के तहत बनाए जा रहे तालाब का निर्माण ऐसी जगह कर दिया गया है, जहां एक ओर श्मशान भूमि है, तो दूसरी ओर ग्रामीणों के रहवासी मकान हैं। नतीजतन, हाल ही में हुई बारिश के चलते तालाब का पानी गांव में घुस गया, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जनपद पंचायत के उपयंत्री विकास खरे और एसडीओ पवन पटेल द्वारा बिना किसी समुचित सर्वे, जलस्तर और भौगोलिक स्थिति को जांचे-परखे यह तालाब श्मशान भूमि और रिहायशी इलाके में बना दिया गया। हैरानी की बात यह है कि जनपद पंचायत के सीईओ द्वारा पूर्व में इस निर्माण कार्य को स्थगित कर दिया गया था, इसके बावजूद तालाब का निर्माण जारी रहा।
ग्रामीणों ने बताया कि कंचनपुर गांव में पहले से ही तीन चेक डैम, दो तालाब और एक नाला मौजूद है। इसके बावजूद शासन की राशि का गलत उपयोग करने के उद्देश्य से इस नए तालाब का निर्माण किया गया। इसका सीधा असर गांव के कई मकानों पर पड़ा है, जहां बारिश का पानी घरों में भर गया है। साथ ही एक गरीब किसान की निजी खेती की जमीन भी डूब में आ गई है।
स्थानीय लोगों ने इस अवैध निर्माण पर तत्काल रोक लगाने और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। गांव में गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि श्मशान जैसे पवित्र स्थल को भी नजरअंदाज कर मनमाने तरीके से सरकारी योजना का उपयोग किया गया।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जलभराव की समस्या से निजात दिलाई जाए, तालाब को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए और इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए, जिससे भविष्य में कोई भी गरीब और आम नागरिक इस तरह की परेशानी का शिकार न हो।