आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 7 अगस्त, जनपद पंचायत अमरपुर अंतर्गत आने वाले धुर्वे टोला क्षेत्र में मुरम का अवैध उत्खनन खुलेआम जारी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, आबादी की जमीन और तालाब के किनारे जेसीबी मशीन के माध्यम से मुरम निकाला जा रहा है। इस उत्खनन की न तो कोई अनुमति है और न ही इसकी जानकारी प्रशासन के पास थी – या कम से कम अधिकारी यही दावा कर रहे हैं।जानकारी के अनुसार, जेसीबी से मुरम को ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर अलग-अलग स्थानों पर सप्लाई किया जा रहा है। यह सबकुछ प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
जब इस विषय में तहसीलदार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
"मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है, यह सूचना पहली बार आपके माध्यम से मिली है। अब हम जांच करेंगे।"
हर बार की तरह प्रशासन की यह रटी-रटाई प्रतिक्रिया अब सवालों के घेरे में है। आखिर क्यों जब तक मीडिया किसी अवैध गतिविधि को उजागर नहीं करती, तब तक जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे रहते हैं?
क्या तालाब किनारे की भूमि पर अवैध खनन का खामियाजा पर्यावरण और जलस्रोतों को भुगतना पड़ेगा?
क्या प्रशासन की जानकारी में बिना अनुमति के जेसीबी चलाना और मुरम सप्लाई करना इतनी आसान बात है?
जब अधिकारी मीडिया से ही सूचना मिलने का दावा करते हैं, तो सवाल उठता है कि फिर इन पर बड़ी सैलरी और जिम्मेदारी क्यों दी गई है?