ओमप्रकाश परस्ते की रिपोर्ट
आई विटनेस न्यूज 24, सोमवार 4 अगस्त,शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मामला जिले के बजाग विकासखंड के आदिवासी कन्या आश्रम चाड़ा हॉस्टल का है, जहां एक माह पूर्व स्थानांतरित की गई शिक्षिका को अब तक चार्ज नहीं सौंपा गया है। वहीं माध्यमिक शाला चाढ़ा में कार्यभार नहीं लिया गया है जिससे छात्र, छात्राओं के पढ़ाई प्राभावित हो रही है शिक्षिका ने विभागीय अधिकारियों पर जानबूझकर प्रभार रोकने और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिक्षिका अनीता मरकाम का स्थानांतरण आदेश 11जुलाई को जारी हुआ था, जिसके तहत उन्हें आदिवासी कन्या आश्रम चाड़ा हॉस्टल में अधीक्षिका के पद पर भेजा गया था। शिक्षिका ने नियमानुसार समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन आश्रम प्रबंधन द्वारा अब तक उन्हें कार्यभार नहीं दिया गया। और शिक्षिका हेमलता धुर्वे ने आज तक ms चाड़ा स्कूल में पदभार ग्रहण नहीं की है जिससे बच्चों के पढ़ाई प्रभावित हो रही है
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ शिक्षक राजनीति रसूख व रुपयों के दम पर ट्रांसफर स्टे आदेश हाइकोर्ट बनवा लिए है
शिक्षिका का कहना है कि उन्होंने कई बार विकासखंड शिक्षा अधिकारी और सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास से संपर्क किया, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। "मुझे अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। एक माह बीत चुका है लेकिन न तो मुझे कार्यभार दिया गया और न ही कोई स्पष्ट कारण बताया जा रहा है," शिक्षिका ने मीडिया से बातचीत में कहा।
हॉस्टल संचालन में भी गड़बड़ी की आशंका
शिक्षिका का यह भी आरोप है कि हॉस्टल संचालन में अनियमितताएं हैं, जिन्हें छिपाने के लिए जानबूझकर उन्हें प्रभार नहीं दिया जा रहा। उन्होंने मांग की है कि विभाग इस पूरे मामले की जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
इनका कहना है
जो शिक्षक पदभार ग्रहण नहीं किए है वो कोर्ट का स्टे आदेश लाए हैं
अभी विभागीय जांच जारी इसके बाद पदभार ग्रहण नहीं करते है तो कार्यवाही होगी
तीरथ परस्ते विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बजाग़
इनका कहना है
जो शिक्षक पदभार ग्रहण नहीं किए है वो कोर्ट का स्टे आदेश लेकर आए हैं अभी दो दिवस के अंदर अगर पदभार ग्रहण नहीं करते है उनके ऊपर कारवाई की जाएगी।
राजेंद्र कुमार जाटव सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग