आई विटनेस न्यूज 24, गुरुवार 18 दिसम्बर, जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते और जिला पंचायत सीईओ के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। बुधवार देर शाम जिला पंचायत परिसर में धरने पर बैठे अध्यक्ष को प्रशासन ने बलपूर्वक हटाने की कार्रवाई की थी। इसके बाद गुरुवार सुबह से वे पुनः स्व-सहायता समूहों की महिलाओं के साथ परिसर में धरने पर बैठ गए।दोपहर को रूदेश परस्ते के नेतृत्व में समूह की महिलाएं “एक माँ बगिया के नाम” योजना में हुई कथित अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुँचीं। वहां कलेक्टर की अनुपस्थिति में परस्ते और उनके समर्थक कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देने लगे।शाम करीब 4 बजे अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष को बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी करने के आरोप में नोटिस जारी किया गया। नोटिस में कहा गया है कि कलेक्ट्रेट परिसर में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू है, जिसके उल्लंघन पर जवाब मांगा गया है।प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि “एक माँ बगिया के नाम” पौध वितरण योजना में गंभीर गड़बड़ियाँ हुई हैं। उनके अनुसार पात्र स्व-सहायता समूहों और हितग्राहियों को पौधे न तो समय पर दिए गए और न ही पारदर्शी तरीके से वितरण किया गया। कई जगह केवल कागज़ों में वितरण दिखाकर लोगों को वास्तविक लाभ से वंचित रखा गया। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को फलदार पौधों की बागवानी के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना था, लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों को ही इसका लाभ मिला।

